PM Awas Yojana New Rule : पीएम आवास योजना के तहत लोगों को मिलने वाले हैं घर, जान लें पूरी बातें

PM Awas Yojana New Rule: प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका मुख्य उद्देश्य देश के हर नागरिक को अपना एक पक्का मकान उपलब्ध कराना है।

इस योजना के अंतर्गत आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस), निम्न आय वर्ग (एलआईजी), और मध्यम आय वर्ग (एमआईजी) के लोगों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। वर्ष 2025 में इस योजना में कई महत्वपूर्ण परिवर्तन और नए नियम लागू किए गए हैं, जिनकी विस्तृत जानकारी इस लेख में दी गई है।

प्रधानमंत्री आवास योजना का परिचय

प्रधानमंत्री आवास योजना को मूल रूप से 25 जून 2015 को शुरू किया गया था। यह योजना दो भागों में विभाजित है – प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण (पीएमएवाई-जी) और प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी (पीएमएवाई-यू)।

पीएमएवाई-ग्रामीण का कार्यान्वयन ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा किया जाता है, जबकि पीएमएवाई-शहरी का कार्यान्वयन आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा किया जाता है।

2025 तक, इस योजना के अंतर्गत 2.69 करोड़ से अधिक घरों का निर्माण पूरा हो चुका है, जबकि कुल 3.34 करोड़ घरों को मंजूरी दी जा चुकी है। सरकार ने मार्च 2029 तक अतिरिक्त 2 करोड़ घरों के निर्माण का लक्ष्य रखा है, जिससे कुल 4.95 करोड़ ग्रामीण परिवारों को बुनियादी सुविधाओं के साथ आवास प्रदान किया जा सकेगा।

प्रधानमंत्री आवास योजना के नए नियम 2025

वित्तीय सहायता में वृद्धि

2025 के नए नियमों के अनुसार, वित्तीय सहायता की राशि में महत्वपूर्ण वृद्धि की गई है:

  1. ग्रामीण क्षेत्रों में: मैदानी इलाकों में ₹1.50 लाख और पहाड़ी/दुर्गम क्षेत्रों में ₹1.60 लाख तक की वित्तीय सहायता दी जाएगी। यह पहले ₹1.20 लाख और ₹1.30 लाख थी।
  2. शहरी क्षेत्रों में: बेनिफिशियरी-लेड कंस्ट्रक्शन (बीएलसी) के तहत केंद्रीय सहायता को बढ़ाकर ₹2.50 लाख कर दिया गया है, जो पहले ₹1.50 लाख थी।
  3. ब्याज सब्सिडी: क्रेडिट लिंक्ड सब्सिडी स्कीम (सीएलएसएस) के अंतर्गत आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग और निम्न आय वर्ग के लिए 6.5%, एमआईजी-1 के लिए 4%, और एमआईजी-2 के लिए 3% की ब्याज सब्सिडी जारी रहेगी।

पारदर्शिता और धोखाधड़ी रोकने के लिए नए नियम

सरकार ने योजना में पारदर्शिता सुनिश्चित करने और अवैध मामलों से बचाव के लिए कई कड़े नियम लागू किए हैं:

  1. पृष्ठभूमि जांच: आवेदकों की पात्रता सत्यापित करने के लिए विस्तृत पृष्ठभूमि जांच की जाएगी।
  2. दंडात्मक प्रावधान: गलत जानकारी देने या फर्जी दस्तावेज जमा करने वाले व्यक्तियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई और भारी जुर्माना लगाया जाएगा।
  3. धनवापसी: धोखाधड़ी से लाभ प्राप्त करने वाले लाभार्थियों को प्राप्त की गई राशि अतिरिक्त दंड के साथ वापस करनी होगी।

लाभार्थियों के चयन में नए मापदंड

2025 में लाभार्थियों के चयन के लिए नए मापदंड निर्धारित किए गए हैं:

  1. प्राथमिकता: ग्रामीण क्षेत्रों के वंचित परिवारों को, जिन्होंने अब तक योजना का लाभ नहीं उठाया है, प्राथमिकता दी जाएगी।
  2. महिला सशक्तिकरण: योजना के तहत निर्मित घरों का स्वामित्व महिला मुखिया या परिवार के पुरुष मुखिया और उनकी पत्नी के संयुक्त नाम पर होना अनिवार्य है।
  3. योग्यता मापदंड: आवेदक और उनके परिवार के पास पहले से पक्का मकान नहीं होना चाहिए और उन्होंने पहले केंद्रीय सहायता या पीएमएवाई-सीएलएसएस सब्सिडी का लाभ नहीं उठाया हो।
अन्य महत्वपूर्ण बदलाव
  1. समयसीमा: पीएमएवाई-शहरी का विस्तार 31 दिसंबर 2025 तक कर दिया गया है, जबकि पीएमएवाई-ग्रामीण मार्च 2029 तक चलेगा।
  2. डीबीटी प्रणाली: वित्तीय सहायता सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में भेजी जाएगी। इसके लिए जियो-टैगिंग के आधार पर किश्तें जारी की जाएंगी।
  3. किश्तों में वृद्धि: ग्रामीण क्षेत्रों में पहली किश्त ₹25,000 और शहरी क्षेत्रों में ₹50,000 होगी, जो पहले से अधिक है।
  4. पर्यावरण अनुकूल निर्माण: घरों के निर्माण में टिकाऊ और पर्यावरण अनुकूल तकनीकों का उपयोग किया जाएगा।
  5. अन्य योजनाओं के साथ समन्वय: स्वच्छ भारत अभियान (शौचालय निर्माण), सौभाग्य योजना (बिजली कनेक्शन), और उज्ज्वला योजना (एलपीजी कनेक्शन) के साथ समन्वय स्थापित किया जाएगा।

आवेदन प्रक्रिया

प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया निम्नलिखित है:

पीएमएवाई-ग्रामीण के लिए आवेदन

  1. पीएमएवाई की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
  2. होमपेज पर ‘Awasoft’ विकल्प चुनें।
  3. ‘डेटा एंट्री’ विकल्प चुनें और फिर ‘डेटा एंट्री आवास’ पर क्लिक करें।
  4. अपना राज्य चुनें और अपने लॉगिन आईडी से लॉगिन करें।
  5. अपना विवरण भरें, जिसमें नाम, पता, बैंक खाता विवरण, परिवार के सदस्यों की जानकारी, आय विवरण आदि शामिल हैं।

पीएमएवाई-शहरी के लिए आवेदन

  1. आधिकारिक पीएमएवाई पोर्टल पर जाएं।
  2. ‘सिटीजन असेसमेंट’ या ‘अप्लाई ऑनलाइन’ विकल्प पर क्लिक करें।
  3. अपनी आय श्रेणी के आधार पर ईडब्ल्यूएस/एलआईजी/एमआईजी चुनें।
  4. मांगी गई सभी जानकारियां भरें, जैसे व्यक्तिगत विवरण, आधार नंबर, आय विवरण आदि।
  5. आवेदन जमा करें।

आवश्यक दस्तावेज

योजना के लिए आवेदन करने हेतु निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होती है:

  1. सहमति पत्र
  2. एमआईजी/एलआईजी श्रेणी प्रमाण
  3. हलफनामे के साथ आय प्रमाण
  4. पक्का घर न होने का प्रमाण
  5. पासपोर्ट साइज फोटो (दो)
  6. पूरी तरह से भरा हुआ आवेदन फॉर्म
  7. अल्पसंख्यक प्रमाण (यदि लागू हो)
  8. अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/अन्य पिछड़ा वर्ग प्रमाण (यदि लागू हो)
  9. बैंक खाता विवरण
  10. संपत्ति विवरण
  11. पहचान प्रमाण
  12. पता प्रमाण

लाभार्थी सूची और स्थिति जांच

आवेदकों को सलाह दी जाती है कि वे नियमित रूप से अपने आवेदन की स्थिति और लाभार्थी सूची की जांच करें। इसके लिए:

  1. पीएमएवाई की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
  2. मेनू में “Awassoft” विकल्प चुनें।
  3. ड्रॉप-डाउन मेनू में “रिपोर्ट” पर क्लिक करें।
  4. “H Beneficiary” सेक्शन में जाएं।
  5. “MIS रिपोर्ट” पर क्लिक करें और आवश्यक जानकारी भरें।
  6. जमा करते ही, सूची आपके स्क्रीन पर खुल जाएगी और आप अपना नाम देख सकेंगे।

योजना के प्रभाव और उपलब्धियां

  • प्रधानमंत्री आवास योजना ने ग्रामीण और शहरी भारत में गरीब और वंचित वर्गों के जीवन की गुणवत्ता में महत्वपूर्ण सुधार किया है।
  • यह योजना न केवल आवास प्रदान करती है, बल्कि रोजगार सृजन, सामाजिक समानता और महिला सशक्तिकरण में भी योगदान देती है।
  • 2 फरवरी 2025 तक, पीएमएवाई-ग्रामीण के तहत 3.34 करोड़ घरों को मंजूरी दी जा चुकी है और 2.69 करोड़ घरों का निर्माण पूरा हो चुका है।
  • 2024-25 में 18 राज्यों को 84,37,139 घरों के लक्ष्य आवंटित किए गए हैं, जिनमें से 02.02.2025 तक 39,82,764 घरों को मंजूरी दी जा चुकी है।

PM Awas Yojana New Rule निष्कर्ष

प्रधानमंत्री आवास योजना 2025 के नए नियम योजना को और अधिक पारदर्शी, समावेशी और प्रभावी बनाने का प्रयास करते हैं।

वित्तीय सहायता में वृद्धि, कड़ी निगरानी प्रणाली, और लाभार्थियों के चयन में नए मापदंड योजना को वास्तविक लाभार्थियों तक पहुंचाने में मदद करेंगे।

यदि आप इस योजना के लिए पात्र हैं, तो बिना देरी किए आवेदन करें और अपने सपनों के घर का निर्माण करने के लिए सरकारी सहायता का लाभ उठाएं। सरकार का लक्ष्य है कि 2029 तक हर नागरिक के पास अपना पक्का मकान हो, जिसमें सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हों।

इस योजना से संबंधित अधिक जानकारी के लिए आप आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं या टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।

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